नारायण गुरु का एक जाति, एक धर्म, एक ईश्वर विचार
नारायण गुरु का एक जाति, एक धर्म, एक ईश्वर विचार नारायण गुरु का एक जाति, एक धर्म, एक ईश्वर विचार श्री नारायण गुरु जी ने भारतीय जनता में समत्व, सौहार्द एवं सद्भावना के लिए कार्य किया । उन्होंने धार्मिक एवं सामाजिक सुधार किए । उनका दर्शन था कि “एक जाति, एक धर्म, एक ईश्वर मनुष्य के लिए है । मनुष्य का धर्म चाहे कुछ भी हो उसको अच्छा बनना चाहिए”। ------------