Showing posts with label शिल्प के सात स्तम्भ. Show all posts
Showing posts with label शिल्प के सात स्तम्भ. Show all posts

Monday, May 30, 2022

कौटिल्य ( Chanakya ) का राज्य (शिल्प के सात स्तम्भ)

कौटिल्य ( Chanakya ) का राज्य

कौटिल्य ( Chanakya ) का राज्य

शिल्प के सात स्तम्भ

    कौटिल्य राज्य को सावयव मानते हैं। राज्य के साथ अंगों को मानने के कारण कौटिल्य का राज्य की प्रकृति सम्बन्धी सिद्धान्त ‘सप्तांग सिद्धान्त’ कहलाता है। कौटिल्य के अनुसार राज्य के सात अंग है – 

  1. स्वामी, 
  2. आमात्य, 
  3. जनपद, 
  4. दुर्ग, 
  5. कोष, 
  6. दंड तथा 
  7. मित्र।

--------------


विश्व के लोगों को चार्वाक दर्शन का ज्ञान क्यों जरूरी है ?

विश्व के लोगों को चार्वाक दर्शन का ज्ञान क्यों जरूरी है ? चार्वाक दर्शन की एक बहुत प्रसिद्ध लोकोक्ति है – “यावज्जजीवेत सुखं जीवेत ऋणं कृत्...