रविन्द्र नाथ टैगोर की राष्ट्रवाद की अवधारणा
रविन्द्र नाथ टैगोर की राष्ट्रवाद की अवधारणा |
रविन्द्र नाथ टैगोर की राष्ट्रवाद की अवधारणा
टैगोर के जीवन का दृष्टिकोण प्रतिबद्धता देशभक्ति और
प्रकृतिवाद के सिद्धान्त पर आधारित था। वे कहते थे – “भारत जब अन्याय से जूझ रहा
हो तो हमारा अधिकार है कि हम इसके विरुद्ध लड़ें और बुराइ के विरुद्ध लड़ने का हमारा
उत्तरदायित्व होगा”। वे कहते थे कि “मैं भारत से प्रेम करता हूँ पर मेरा यह विचार
है भारत एक भौगोलिक अभिव्यंजना मात्र नहीं है”।
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