कौटिल्य ( Chanakya ) की विधि और न्याय व्यवस्था

कौटिल्य ( Chanakya ) की विधि और न्याय व्यवस्था 

कौटिल्य ( Chanakya ) की विधि और न्याय व्यवस्था 

     कौटिल्य कानून को बहुत ही आवश्यक एवं महत्वपूर्ण मान्यता है जो न्यायिक व्यवस्था को दिशा निर्देशित करती है। सबसे पहले कौटिल्य कानून के चार श्रोतों की चर्चा करता है जो है- धर्म, व्यवहार, प्रजा और न्याय। कौटिल्य ने अर्थशास्त्र के तीसरे अधिकरण में सत्रह प्रकार के कानूनों का उल्लेख किया है।

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