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इकबाल की मानव एवं अतिमानव की अवधारणा |
इकबाल की मानव एवं अतिमानव की अवधारणा
इकबाल ने मानव और अतिमानव की अवधारणा अपने आध्यात्मिक गुरु
जलालुद्दीन रूमी से ली है। उनके अनुसार अतिमानव की संकल्पना नैतिक है। इसका नैतिक
दृष्टिकोण वैयक्तित्व अमरत्व की धारणा की और ले जाता है। इकबाल के अनुसार, जब मानव
अपनी वैयक्तित्व संभावनाओं की पूर्ण अभिव्यक्ति को देखता है तो यह अतिमानव की
स्थति होती है।
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