Tuesday, May 17, 2022

इकबाल की मानव एवं अतिमानव की अवधारणा

इकबाल की मानव एवं अतिमानव की अवधारणा 

इकबाल की मानव एवं अतिमानव की अवधारणा 

    इकबाल ने मानव और अतिमानव की अवधारणा अपने आध्यात्मिक गुरु जलालुद्दीन रूमी से ली है। उनके अनुसार अतिमानव की संकल्पना नैतिक है। इसका नैतिक दृष्टिकोण वैयक्तित्व अमरत्व की धारणा की और ले जाता है। इकबाल के अनुसार, जब मानव अपनी वैयक्तित्व संभावनाओं की पूर्ण अभिव्यक्ति को देखता है तो यह अतिमानव की स्थति होती है।

---------------


No comments:

Post a Comment

विश्व के लोगों को चार्वाक दर्शन का ज्ञान क्यों जरूरी है ?

विश्व के लोगों को चार्वाक दर्शन का ज्ञान क्यों जरूरी है ? चार्वाक दर्शन की एक बहुत प्रसिद्ध लोकोक्ति है – “यावज्जजीवेत सुखं जीवेत ऋणं कृत्...