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त्रिरत्न ( Triratna ) |
त्रिरत्न ( Triratna )
जैन नीतिशास्त्र में बंधन से छुटकारा पाने के लिए तथा मोक्ष की
प्राप्ति के लिए तीन आचार बतलाये गये हैं, जिन्हें 'त्रिरत्न कहा जाता है, जो क्रमश: - सम्यक् दर्शन,
सम्यक् ज्ञान और सम्यक् आचरण है।
विश्व के लोगों को चार्वाक दर्शन का ज्ञान क्यों जरूरी है ? चार्वाक दर्शन की एक बहुत प्रसिद्ध लोकोक्ति है – “यावज्जजीवेत सुखं जीवेत ऋणं कृत्...
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