वैशेषिक दर्शन में गुणों की अवधारणा
भारतीय दर्शन |
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वैशेषिक दर्शन में गुणों की अवधारणा |
वैशेषिक दर्शन में गुणों की अवधारणा
वैशेषिक के अनुसार पंचमहाभूतों के पाँच गुण-रूप, रस, गन्ध, स्पर्श
तथा शब्द तथा आत्मा के छ: गुण-इच्छा, द्वेष, प्रयत्न, सुख, दुःख
तथा ज्ञान आदि तथा अन्य कुछ गुणों को मिलाकर कुल 24 गुणों
का उल्लेख किया गया है।
वैशेषिक दर्शन में गुणों की संख्या
- रूप
- रस
- गन्ध
- स्पर्श
- संख्या
- परिणाम
- पृथकत्व
- संयोग
- वियोग
- दूरी
- समीपता
- बुद्धि
- सुख
- दुःख
- इच्छा
- द्वेष
- प्रयत्न
- गुरुत्व
- द्रवत्व
- स्नेह
- संस्कार
- धर्म
- अधर्म
- शब्द
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